Indepencedence Day 75th : धूम धाम से मनाया गया।

दमोह (मध्य प्रदेश) . Indepencedence Day 75वां स्वतंत्रता दिवस पूरे देश में बड़ी ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर आपको आजादी की एक ऐसी विरासत के बारे में बताते हैं जो आज भी आजादी की याद दिलाती हैं। ये विरासत दमोह जिले की जबेरा जनपद पंचायत के घटेरा गांव में है जहां पहले हर साल स्वतंत्रता दिवस व गणतंत्र दिवस पर तिरंगा फहराया जाता था ।

आजादी की याद दिलाता है पीपल का पेड़ : 15 अगस्त 1947 के दिन जब भारत को आजादी मिली थी तो घटेरा गांव के रेलवे स्टेशन के पास आजादी का जश्न मनाते हुए एक पीपल का पौधा रोपा गया था जो आज भी एक विशाल वृक्ष बनकर आजादी की याद दिलाता है। उस ऐतिहासिक पल के साक्षी रहे बहुत ही कम लोग अब गांव में बचे हैं, जो लोग बचे हैं उन्होंने बताया कि पहले हर साल स्वतंत्रता और गणतंत्र दिवस पर पीपल के पेड़ के पास झंडा वंदन किया जाता था लेकिन धीरे-धीरे ये प्रथा बंद हो गई। गांव के बुजुर्ग लोगों ने बताया कि जब देश को आजादी मिली थी तो उसी दिन घटेरा रेलवे स्टेशन और व्यारमा नदी पर बने पुल के बीच पीपल का पौधा लगाया था और पास ही एक लकड़ी लगाकर तिरंगा फहराया गया था।

इस मौके पर उपस्थित मा. श्री कंछेदी यादव (बड्डे) जनपद पंचायत सदस्य,मा. राघवेन्द्र सिंह ठाकुर (गुड्डू) सरपंच,मा.श्री पं. राजू शर्मा (पूर्व सरपंच), श्री सुरेंद्र कुमार जैन (प्रधानाध्यापक), श्री अनरथ सिंह लोधी(बी एल ओ), श्री गुड्डा जैन (रेल्वे ठेकेदार), श्री बल्लू लोधी (रोजगार गारंटी सचिव), श्री राकेश अहिरवार (सचिव), श्री राजा यादव (यदुवंशी युवा महासंघ मीडिया प्रभारी) एवं बच्चों के साथ अन्य गांव के बुजर्ग भी शामिल हुए एवंं इस मौके पर पौधारोपण भी किया गया।

श्री ठाकुर जी कहना है कि कोरोना महामारी जब चरम पर थी तब आक्सीजन की किल्लत ने लोगों को पौधारोपण के प्रति जागरूक किया। इसके साथ पौधारोपण अभियान चलाकर जन-जन को जगाने का काम कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि पौधा लगाने से आर्थिक संपन्नता आती है। लोगों को व्यक्तिगत लाभ तो होता ही है। देश और राज्य भी समृद्ध होता है। पेड़ आसपास के दूषित गैस को शोषित कर लोगों को प्राणवायु प्रदान करते हैं। मानव जीवन के लिए यह सबसे महत्वपूर्ण है।

यादवजी का कहना है कि प्रत्येक व्यक्ति को अपने जीवन में अधिक से अधिक पौधे लगाने चाहिए। पौधे हमें प्राणवायु देते हैं।