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बिहार के एक छोटे से बच्चे ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने शराबबंदी और सरकारी स्कूलों की बदहाली की पोल खोल दी। बच्चे ने बड़ी मासूमियत से एक कार्यक्रम के लिए नालंदा पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को रोका और अपनी गाथा सुनाई। बच्चे ने मुख्यमंत्री से पढ़ाई के लिए मदद मांगी। साथ ही अपने पापा की शिकायत भी की। बच्चे ने कहा कि वह ट्यूशन से पैसा कमाकर लाता है, लेकिन उसके पापा उस पैसे से शराब पी लेते हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार स्वर्गीय पत्नी मंजू सिन्हा की 16वीं पुण्यतिथि के मौके पर नालंदा के कल्याण विगहा गांव पहुंचे थे। कार्यक्रम के समापन के बाद नीतीश कुमार स्थानीय लोगों की समस्याएं सुन रहे थे। इसी दौरान एक 12 साल का बच्चा सीएम नीतीश कुमार के सामने पहुंच गया और फरियाद सुनाने लगा। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।वीडियो में नजर आता है कि बच्चे ने नीतीश कुमार से कहा, सर सुनिए न, प्रणाम। मुस्कुराते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार कहते हैं, हां… बोलो। बच्चे ने कहा- ”सर हमको पढ़ने के लिए हिम्मत दीजिए। गार्जियन हमको पढ़ाना नहीं चाहते हैं सर। सर, मैं बहुत गरीब हूं। मेरे पिताजी दही बेचते हैं और मैं ट्यूशन पढ़ाता हूं, जो कमाई होती है, उससे पिताजी शराब पी जाते हैं। मैं पढ़ना चाहता हूं।” इस दौरान बच्चा रोता भी नजर आया। इसके बाद नीतीश कुमार ने तुरंत अधिकारियों को इशारा किया कि वे बच्चे की शिकायत सुनें और उसका हल निकालें।
बच्चा कौन हैं?
बच्चे का नाम सोनू है। वह हरनौत ब्लॉक के नीमा कौल गांव का रहने वाला है। सोनू के पिता रणविजय यादव दही बेचते हैं। सोनू ने जनसंवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात की। उसने कहा कि उसके पिता दही बेचकर जो भी कमाते हैं, उससे शराब पी लेते हैं। सोनू ने यह भी कहा कि वह खुद छठवीं में पढ़ता है और पांचवीं तक के बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाता है।
मुख्यमंत्री से मिला दाखिला का भरोसा
सोनू ने बाद में संवाददाताओं से कहा, ”हमारी मांग है कि हमें शिक्षा दी जाए। सरकारी स्कूल में अच्छी शिक्षा नहीं मिलतीं है, ये हम जानते हैं। हमारे पापा शराब और ताड़ी पीते हैं तो हमारा सारा पैसा उसी में खत्म हो जाता है। मैं खुद ट्यूशन पढ़ाकर जो पैसा लाता हूं वो भी पापा ही ले लेते हैं। बच्चे ने बताया, ‘मुख्यमंत्री के साथ मौजूद एक शख्स ने उससे वादा किया है कि उसका एडमिशन करवा दिया जाएगा।